Maulana Sajjad Nomani: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 का परिणाम शनिवार को आया, लेकिन चुनाव के दौरान इस्लामिक उपदेशक और मौलवी सज्जाद नोमानी द्वारा जारी किए गए फतवे का असर इसमें नहीं दिखा।
दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान सज्जाद नोमानी का एक वीडियो वायरल हुआ था। उस वीडियो में वह मुस्लिम समुदाय से कांग्रेस-सेना-एनसीपी गठबंधन को वोट देने की अपील करते नजर आए थे। अब भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने दिल्ली के तुगलक रोड थाने में मौलाना सज्जाद नोमानी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
इन मुसलमानों का बहिष्कार करने का फतवा किया था जारी
हाल ही में सज्जाद नोमानी ने बीजेपी का समर्थन करने वाले मुसलमानों का बहिष्कार करने का फतवा जारी किया था। दिल्ली पुलिस ने यह मामला तब दर्ज किया है, जब शनिवार को महाराष्ट्र चुनाव के रुझान सामने आए हैं। अब तक के नतीजों के मुताबिक महाराष्ट्र में बीजेपी नित महायुति गठबंधन को ऐतिहासिक जीत मिलती हुई नजर आ रही है। भाजपा नेता ने मौलाना सज्जाद नोमानी के खिलाफ केंद्र में भाजपा सरकार का समर्थन करने वाले मुसलमानों के सामाजिक बहिष्कार का आह्वान करते हुए “फतवा” जारी करने के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। सिद्दीकी ने पुलिस को बताया है कि उन्होंने कथित तौर पर यह भी कहा है कि ऐसे लोगों को इस्लाम के दायरे से बाहर माना जाना चाहिए।
जमाल सिद्दीकी ने लगाया ये आरोप
वीडियो में, वह कथित तौर पर भाजपा के मुस्लिम समर्थकों का मजाक उड़ाते हुए कहते हैं कि उन्हें अपना नाम बदलकर “घनश्याम” रख लेना चाहिए, जो समुदाय से उनके बहिष्कार का संकेत देता है। जमाल सिद्दीकी ने दावा किया है कि इस “फतवे” के कारण भगवा पार्टी से जुड़े मुसलमानों को धमकियों, सामाजिक अलगाव और दुर्व्यवहार सहित गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ा है। जमाल सिद्दीकी के अनुसार, “फतवे के बाद, लोगों ने शुक्रवार की नमाज के दौरान और निजामुद्दीन दरगाह जैसे सार्वजनिक स्थानों पर मुझसे बात करना बंद कर दिया है। मुझे सोशल मीडिया पर गालियां मिलनी शुरू हो गई हैं। लोग मेरा बहिष्कार कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि उनका पीछा किया जा रहा है और उन्हें जान से मारने की धमकियाँ मिल रही हैं। उनका और अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं का जीवन कठिन होता जा रहा है।
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