पटना. बिहार विधानसभा उपचुनाव का रिजल्ट सामने आ गया है. बिहार की 4 सीटों पर हुए उपचुनाव में एनडीए को बड़ी सफलता मिली है. वहीं उपचुनाव में महागठबंधन का सूपड़ा साफ हो गया है. दरअसल बिहार की चार सीटों रामगढ़, तरारी, बेलगंज और इमामगंज में एनडीए उम्मीदवारों ने जीत हासिल कर ली है.
वहीं चारों सीटों पर महागठबंधन को हार का सामना करना पड़ा है. एनडीए के लिए जीत की सबसे पहली खुशखबरी तरारी विधानसभा सीट से सामने आयी जहां बीजेपी प्रत्याशी विशाल प्रशांत 10507 वोटों से चुनाव जीतकर महागठबंधन के उम्मीदवार राजू यादव (लेफ्ट) को हरा दिया.
वहीं रामगढ़ विधानसभा सीट से अशोक सिंह ने बीजेपी प्रत्याशी अशोक कुमार सिंह 1362 वोटों से चुनाव जीत गए हैं. अशोक कुमार सिंह ने बसपा प्रत्याशी सतीश यादव को हराया है. चुनाव जीत गए हैं. वहीं बेलागंज में जेडीयू प्रत्याशी मनोरमा देवी ने आरजेडी के विश्वनाथ यादव को हराकर चुनाव जीत लिया है. वहीं इमामगंज सीट पर जीतनराम मांझी की बहू दीपा मांझी (HAM) चुनाव जीत चुकी हैं. दीपा मांझी रौशन मांझी को 5945 वोटों से चुनाव हरा दिया है. बता दें, बिहार में 4 सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव हुए थे.
बिहार उपचुनाव को अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले का सेमीफाइनल माना जा रहा था. ऐसे में उपचुनाव में एनडीए को मिली बंपर जीत का फायदा आने वाले विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल सकता है. एनडीए विधानसभा चुनाव में इस लीड के साथ आगे निकलने का दावा करेगी. एनडीए 2025 के चुनाव से पहले से सीएम नीतीश कुमार और पीएम नरेंद्र की जोड़ी का रिजल्ट बताकर लोगों के बीच बड़ा संदेश देगी. एनडीए की कोशिश होगी कि वह लोगों तक डबल इंजन सरकार के फायदे को भी बताए.
वहीं मगठबंधन को उपचुनाव में जिस तरह से बड़ी हार का सामना करना पड़ा रहा है. महागठबंधन के लिए उपचुनाव की हार इसलिए भी बड़ी हो जाती है क्यों चार में से 3 सीटों पर पहले से महागठबंधन का कब्जा था. अब ऐसे में तेजस्वी यादव इस हार के लिए निश्चित रूप से समीक्षा करेंगे और आने वाले चुनाव में कुछ अलग रणनीति के तहत चुनाव लड़ेंगे.
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