Dhirendra Shastri: सनातन धर्म की अलख जगाने वाले बागेश्वर धाम के मुखिया धीरेन्द्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) ने अलग ही मुहीम छेड़ी हैं। उन्होंने देश में सनातन धर्म के लिए एकता पद यात्रा निकालने का संकल्प लिया है। इसके साथ ही उन्होंने दूसरे धर्म के लोगों के खिलाफ भी मोर्चा खोला है। उन्होंने ये भी कहा कि जहां भी उनका स्वागत होगा, वो वहां जाकर कथा करेंगे। उन्होंने सीधे तौर पर ये भी कहा कि वो मस्जिदों में भी कथा करने को तैयार हैं। बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Shastri) ने सनातनी एकता पदयात्रा का ऐलान किया है।
गैर हिन्दूओं पर धीरेन्द्र शास्त्री ने बोला धावा
ये यात्रा आज यानी 21 नवंबर से शुरू हो गई है। यात्रा शुरू करते हुए पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Shastri) ने कहा कि, मंदिरों में आरती के बाद राष्ट्रगान गाया जाना चाहिए। मस्जिदों में भी ऐसा ही होना चाहिए। इससे ये साफ हो जाएगा कि कौन देशद्रोही है और कौन देशभक्त। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा, “सनातनी एकता पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य भेदभाव और जातिवाद को खत्म करना है, लेकिन अगर मंदिरों में भी ऐसा करने की कोशिश की जाए तो यह बहुत बढ़िया और अभिनव होगा। इससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि कौन देशद्रोही है और कौन देशभक्त। मस्जिदों में भी ऐसा किया जाना चाहिए।”
आज से शुरू करने जा रहे हैं यात्रा
आदिवासी इलाकों में धर्मांतरण पर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Shastri) ने कहा, “धर्मांतरण एक बड़ा मुद्दा है। इसकी वजह यह है कि हम उन तक नहीं पहुंच पा रहे हैं और वे शहरों में नहीं आ पा रहे हैं। यह दूरी तय करके यह अंतर कैसे भरा जा सकता है? हमें उनके बीच जाकर कहानियां सुनानी होंगी। धर्मगुरुओं, संतों, आचार्यों को उन आदिवासियों के पास जाना होगा जो गैर-हिंदू बनने जा रहे हैं। धर्मांतरण रोकने का यही एकमात्र तरीका है।” इस पदयात्रा में सभी हिंदू समुदायों को एकजुट करने के उद्देश्य से विभिन्न समुदायों के महापुरुषों को झांकियों के रूप में शामिल किया जा रहा है। यात्रा में 15 ऐसे रथ तैयार किए गए हैं जिनमें गौरथ, महापुरुषों के रथ, बागेश्वर बालाजी का रथ, बागेश्वर धाम का संकल्प रथ शामिल हैं।
मस्जिद में कथा करने को बोले धीरेन्द्र शास्त्री
इसके अलावा 160 किलोमीटर तक अपने बालों से रथ खींचने वाले बुंदेलखंड के खली बद्री विश्वकर्मा भी मौजूद रहेंगे। पूरी पदयात्रा के दौरान वरिष्ठ नागरिक शंकर सोनी, सुरेश बाबू खरे, राकेश असाटी आदि राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा और भगवा ध्वज लेकर चलेंगे। इस पदयात्रा के दौरान बुंदेली कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे। पदयात्रा के दौरान कई डीजे वाहन, घोड़े, बग्घी आदि भी शामिल रहेंगे। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Shastri) ने कहा कि देशभर में हिंदू जागृत हो रहे हैं और समाज के भीतर मौजूद जातिगत भेदभाव को खत्म कर भारत के विकास के लिए एकजुट होकर आगे आ रहे हैं।
हजारों लोगों के यात्रा में शामिल होने के आसार
इस पदयात्रा का उद्देश्य हिंदुओं को जागृत कर भारत को मजबूत बनाना है। यह जागृत हिंदू समाज हिंदू राष्ट्र का निर्माण करेगा। उन्होंने कहा कि इस यात्रा में देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी कई सनातनी लोग शामिल हो रहे हैं। इस यात्रा में शामिल होने के लिए करीब 20 हजार लोगों ने पंजीकरण कराया है, जबकि इससे कई गुना अधिक लोग बिना पंजीकरण के भी यात्रा में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने (Dhirendra Shastri) लोगों से शांतिपूर्वक इस यात्रा में शामिल होने और उत्साह के साथ इसे सफल बनाने का आह्वान किया है।
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