Fructose Is Poison For Diabetic Patient: आजकल मधुमेह (डायबिटीज) एक तेजी से बढ़ता हुआ स्वास्थ्य संकट बन गया है। लोग अक्सर चीनी और मैदा को इसके मुख्य कारण के रूप में देखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसा फूड भी है जो इन दोनों से तीन गुना अधिक खतरनाक साबित हो सकता है?
यह फूड न केवल शुगर लेवल को बढ़ाता है, बल्कि शरीर में कई और गंभीर समस्याओं को जन्म देता है। आइए जानते हैं इस ‘साइलेंट किलर’ फूड के बारे में विस्तार से।
कौन सा है यह ‘साइलेंट किलर’ फूड?
यह फूड है फ्रक्टोज़ (Fructose)। आमतौर पर फ्रक्टोज़ का सेवन प्राकृतिक रूप से फलों के माध्यम से किया जाता है, जो सेहत के लिए फायदेमंद है। लेकिन हाई फ्रक्टोज़ कॉर्न सिरप (HFCS) और प्रोसेस्ड फूड में मिला फ्रक्टोज़ बेहद खतरनाक है। यह कृत्रिम फ्रक्टोज़ कोल्ड ड्रिंक्स, पैकेज्ड जूस, प्रोसेस्ड स्नैक्स, और मिठाइयों में पाया जाता है।
फ्रक्टोज़ क्यों है खतरनाक?
1. लिवर पर दबाव:
फ्रक्टोज़ को लिवर में मेटाबोलाइज किया जाता है। अधिक मात्रा में फ्रक्टोज़ लेने से लिवर पर अत्यधिक दबाव पड़ता है, जिससे फैटी लिवर की समस्या हो सकती है। यह आगे चलकर लिवर सिरोसिस में बदल सकता है।
2. इंसुलिन रेसिस्टेंस:
फ्रक्टोज़ शरीर में इंसुलिन रेसिस्टेंस को बढ़ावा देता है, जो डायबिटीज का मुख्य कारण है। जब शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता, तो ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है।
3. मोटापा:
हाई फ्रक्टोज़ वाले फूड्स वजन तेजी से बढ़ाते हैं। यह शरीर में वसा के रूप में जमा हो जाता है, खासकर पेट की चर्बी के रूप में, जो हृदय रोगों और डायबिटीज के खतरे को बढ़ाता है।
4. मेटाबोलिक सिंड्रोम:
फ्रक्टोज़ का अत्यधिक सेवन मेटाबोलिक सिंड्रोम को जन्म देता है, जिसमें हाई ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड शुगर, और कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याएं शामिल हैं।
चीनी और मैदा से तुलना क्यों?
चीनी:
सफेद चीनी को स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक माना जाता है, लेकिन इसमें 50% ग्लूकोज और 50% फ्रक्टोज़ होता है।
मैदा:
मैदा जल्दी ग्लूकोज में बदल जाता है और ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाता है। लेकिन इसका प्रभाव फ्रक्टोज़ से कम होता है।
फ्रक्टोज़ सीधे लिवर को प्रभावित करता है, जबकि चीनी और मैदा का मुख्य प्रभाव ब्लड ग्लूकोज पर होता है।
किन चीजों से बचें?
- कोल्ड ड्रिंक्स
- पैकेज्ड जूस
- प्रोसेस्ड स्नैक्स
- पेस्ट्री, केक, डोनट्स
- एनर्जी ड्रिंक्स
स्वस्थ विकल्प क्या हैं?
1. फलों का सेवन:
प्राकृतिक फलों में मौजूद फ्रक्टोज़ फाइबर के साथ आता है, जिससे यह नुकसान नहीं पहुंचाता।
2. जैविक फूड:
प्रोसेस्ड फूड की बजाय ताजा और घर का बना खाना खाएं।
3. शहद और गुड़:
सीमित मात्रा में उपयोग करें, लेकिन प्रोसेस्ड शुगर से बेहतर हैं।
फ्रक्टोज़, विशेषकर हाई फ्रक्टोज़ कॉर्न सिरप, चीनी और मैदा से कहीं अधिक खतरनाक है। यह एक ‘साइलेंट किलर’ की तरह धीरे-धीरे शरीर को अंदर से नुकसान पहुंचाता है। इसके सेवन से बचकर और स्वस्थ विकल्पों को अपनाकर आप न केवल शुगर को नियंत्रित रख सकते हैं, बल्कि कई अन्य गंभीर बीमारियों से भी बच सकते हैं।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
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