नूंह: मेवात में गरीब बेटियों की शादी कराने के नाम पर करोड़ो की ठगी करने के मामले में नगीना थाना पुलिस ने मुख्य आरोपी मौलाना अरशद सहित उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है। पुलिस की इस कार्रवाई से जहां पैसे ऐंठने वाले एजेंटों में हड़कंप मचा हुआ है तो वहीं ठगी का शिकार हुए गरीब परिवारों ने राहत की सांस ली है। पुलिस अब आरोपियों को रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ कर रही। प्रथम पूछताछ में आरोपियों ने अपने अन्य साथियों की मदद से करीब 1400 लोगों से बेटियों की शादी में कन्यादान देने के नाम पर धोखाधड़ी करके करीब 14 करोड़ रुपये लेना कबूल किया है।
नूंह पुलिस प्रवक्ता ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि नगीना पुलिस को को शिकायत मिली थी कि मौलाना मौलाना अरशद व राशिद लोगों से बेटियों की शादी के नाम पर करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गए हैं। वो लोगों से 1,10,000 रुपये जिसमे कन्यादान के रूप में एक मोटरसाइकिल स्प्लेंडर, पूरा शादी का सामान व 21,000 रुपये नकद कन्यादान के रूप में देने की बात कहते थे। शिकायत पर नगीना पुलिस ने केस दर्ज कर थाना प्रभारी रत्न सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। जिसके बाद पुलिस ने गुप्त सुचना के आधार पर आरोपी राशिद को बडकली चौक नगीना व मौलाना अरशद को गांव बुबलहेडी से काबू कर गिरफ्तार किया। दोनों आरोपियों ने नूंह में बेटियों (लड़कियों) की शादी में कन्यादान देने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी कर रकम ऐठनें की बात कबूली है। इस मामले में पुलिस अब अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
कई दिनों से सुर्ख़ियों में बना हुआ था मामला इस ठगी की शुरुआत भरतपुर जिले के कैथवाड़ा थाना क्षेत्र के नीमलाका गांव से सैकुल नाम के एक व्यक्ति ने शुरू की थी। जिसके बाद इस मामले में राजस्थान पुलिस ने इन एजेंटों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। कई दिनों तक जब यह मामला सुर्ख़ियों में बना रहा था तो ठगी का शिकार हुए मेवात के लोगों ने भी हंगामा करना शुरू कर दिया। लोग मौलाना अरशद के मदरसे पर अपने पैसे और सामान लेने के लिए चक्कर काटते रहे लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। जब गरीबों को बेटी की शादी के लिए दहेज का सामान नहीं दिलवाया गया तो मामला पुलिस प्रशासन व जिला उपायुक्त तक पहुंचा। पीड़ित परिवारों ने नूंह पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह और जिला उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा के मार्फत मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कराने की मांग की गई। मामले को दोनों ही अधिकारियों ने गंभीरता से लिया तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए।
आरोपी सोशल मीडिया पर आकर देते रहे झूठा आश्वासनआरोपियों ने विवाह शादियों के लिए दहेज का सामान देने वाले लोगों ने स्कीम चलाई की गरीब लड़कियों को कम पैसे में ज्यादा सामान दिया जाएगा। आरोपियों ने एक दो सामूहिक विवाह सम्मेलन कराकर प्रशासनिक अधिकारियों को भी उसमें बुलाया। इससे लोगों का विश्वास ओर बढ़ता चला गया। आरोपियों ने कुछ लोगों को सामान भी दिलाया था। लेकिन जब आरोपियों के पास एक मोटी रकम इकठ्ठा हो गई तो आरोपी अपने ठिकानों से ही गायब हो गए। पीड़ित परिवार उनके घर के चक्कर काट रहे हैं लेकिन वह घर नहीं मिले तो इस ठगी के मुख्य आरोपी सैकुल और मौलाना अरशद लगातार सोशल मीडिया पर आकर गरीब लोगों को समान दिलवाने के झूठा आश्वाशन देते रहे।
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