India News (इंडिया न्यूज), Viral Couple: हिंदू धर्म में करवा चौथ का व्रत विशेष महत्व रखता है। यह दिन सुहागिन महिलाओं के लिए खास होता है, जब वे अपने पतियों की लंबी उम्र और सुखद दांपत्य जीवन के लिए व्रत रखती हैं।
इस साल, करवा चौथ 20 अक्टूबर (रविवार) को मनाया जा रहा है, और इसी अवसर पर चित्रकूट का एक परिवार विशेष चर्चा का विषय बना हुआ है।
चित्रकूट का अनोखा परिवार
चित्रकूट, जो मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के सीमा पर स्थित है, वहां एक पति की तीन पत्नियां हैं, जिन्होंने एक साथ करवा चौथ का व्रत रखा है। ये तीनों बहनें-पिंकी, शोभा और रीना-आपस में सगी हैं और एक ही घर में मिलकर रहती हैं। यह दृश्य स्थानीय लोगों के लिए अनोखा और आश्चर्यजनक है।
13 साल पहले, इन तीनों बहनों ने कृष्णा से विवाह किया था। स्थानीय समुदाय में इस विवाह की चर्चा तब से हो रही है जब से इन बहनों ने एक साथ एक ही पति को चुनने का निर्णय लिया। इस परिवार के बच्चे भी हैं, और सभी लोग एक-दूसरे के साथ मिलकर रहते हैं। यह न केवल उनकी व्यक्तिगत ज़िंदगी को दर्शाता है, बल्कि यह समाज में बहु विवाह की एक नई परिभाषा भी प्रस्तुत करता है।
सामाजिक मान्यता और चुनौतियाँ
विवाह के बाद, परिवार को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। रिश्तेदारों और समाज ने तरह-तरह की टिप्पणियाँ कीं, लेकिन तीनों बहनों ने अपनी समझदारी और सहिष्णुता से सभी आलोचनाओं का सामना किया। उनका मानना है कि अगर महिलाएं एकजुट हों, तो वे किसी भी सामान्य पुरुष को राजा दशरथ जैसा बना सकती हैं।
तीनों बहनें अपने पति कृष्णा को एक दिव्य पुरुष मानती हैं और कहती हैं कि महाकाली से मिली शक्ति के दम पर वे यह मिसाल दुनिया को देना चाहती हैं कि सामंजस्यपूर्ण संबंध कैसे बनाए जा सकते हैं।
सोशल मीडिया पर चर्चा
करवा चौथ के अवसर पर, यह परिवार हमेशा से सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय रहा है। उनकी एक फोटो कई वर्षों से वायरल हो रही है, और जब भी करवा चौथ आता है, लोग इस कहानी को दोबारा शेयर करते हैं। इस फोटो को पहले किसी पत्रकार को उनके परिवार के किसी सदस्य ने उपलब्ध कराया था, और तब से यह कहानी लोगों के बीच प्रसिद्ध हो गई है।
चित्रकूट का यह अनोखा परिवार समाज के लिए एक मिसाल है, जो यह दर्शाता है कि प्यार, सहयोग और समझदारी से किसी भी चुनौती का सामना किया जा सकता है। करवा चौथ का व्रत केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि एक मजबूत पारिवारिक बंधन को भी दर्शाता है। इस व्रत के माध्यम से, यह परिवार एक नई दिशा में समाज को एक सकारात्मक संदेश दे रहा है।
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