फतेहपुर। यूपी के फतेहपुर में एक पत्रकार की आधी रात हुई हत्या की खबर से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। वारदात के समय पत्रकार अपने साथी के साथ यार्ड में रुका था। रात करीब 12 बजे के आसपास 15 लोग पहुंच गए और पत्रकार से विवाद करने लगे। इसी दौरान किसी ने मारपीट शुरू हुई। इसके बाद हमलावरों ने चाकुओं से ताबड़तोड़ कई प्रहार किए। बीच-बचाव करने के आए पत्रकार के साथी को भी हमलावरों ने नहीं छोड़ा। पत्रकार और उसके साथी को अस्पताल ले जाया गया। हालत नाजुक देख डाक्टर ने कानपुर के लिए रेफर कर दिया। दोनों को कानपुर के अस्पताल लाया ही जा रहा था कि रास्ते में पत्रकार जिंदगी से जंग हार गया। साथी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है।
घटना कोतवाली के भिटौरा बाईपास के पास की है। बिसौली निवासी दिलीप सैनी लखनऊ में एलडीए कालोनी राजाजीपुरम पत्नी और परिवार सहित रहते हैं। वह एक न्यूज एजेंसी के लिए लंबे समय से फतेहपुर में रिपोर्टिंग कर रहे थे। फतेहपुर में रहने के दौरान भिटौरा रोड पर बिसौली के पास ही अपने एक यार्ड में रुकते थे। बुधवार देर रात करीब 12 बजे मामूली विवाद में पक्का तालाब निवासी आलोक तिवारी उर्फ अक्कू, अन्नू तिवारी, बिपिन पटेल, चिक्कन, जोंटी, सुभाष पांडेय, लेखपाल सुनील राणा सहित करीब 15 लोगों ने यार्ड में हमला बोल दिया। दिलीप सैनी पर चाकुओं से तोड़फोड़ वार किए घए। बीच बचाव में पत्रकार के साथी स्थानीय भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता शाहिद खान पर भी धारदार हथियार से हमला किया गया। इसके बाद हमलावर मौके से फरार हो गए।
यार्ड में मौजूद अन्य लोग गाड़ी से दोनों घायलों को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां से कानपुर रेफर किया गया। बीच रास्ते पत्रकार ने दम तोड़ दिया। वहीं शाहिद का इलाज हैलट कानपुर में जारी है। एसपी धवल जायसवाल ने बताया कि चाकूबाजी में घायल दिलीप सैनी की मौत हो गई है, हमलावरों के आपस में परिचित होने की बात सामने आई है। कुछ लोगों के खिलाफ नामजद व कुछ अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर मामले में कार्रवाई की जा रही है।
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