
आजादी के इतने वर्षों के बाद भी ग्राम पंचायत महेवा के धार पनियाली गांव के लोग ऐसा लगता है जैसे काले पानी की सजा काट रहे हैं। विधानसभा क्षेत्र देहरा के तहत आने वाली ग्राम पंचायत महेवा के गांव धार पनियाली के लोगों को आज भी स्वच्छ पेयजल नसीब नहीं हो पा रहा है।
आलम यह है कि इस गांव के लोग नाले का गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। गांव के ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी अनुसार के धार पनियाली गांव में आज तक किसी भी घर में पानी का नल नहीं है। यह लोग नाले के पानी को एक जगह इकट्ठा करके उसको कपड़े से छान कर अपनी जरूरत को पूरा कर रहे हैं। इनकी विडंबना तो यह है कि ये ग्रामीण फरियाद करें तो किससे।
एक तरफ जहां सरकार गांव-गांव स्वच्छ पेयजल पहुंचाने की बात करती है वहीं इस गांव में पेयजल आपूर्ति की यह बदहाली उसके दावों की पोल खोल रही है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि पानी की समस्या तो है ही लेकिन यहां सड़क की भी सुविधा नहीं है। अगर कोई बीमार हो जाए तो सड़क तक चारपाई पर उठा कर ले जाना पड़ता है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने जल शक्ति विभाग के बड़े अधिकारियों से लेकर नेताओं तक सबसे गुहार लगाई, लेकिन कहीं से कोई राहत नहीं मिली।
जब इस बारे जल शक्ति विभाग के एक्सियन राजेश कानूगो ने बताया कि उन्होंने इस बारे अपने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल्दी ही इस गांव का दौरा करके मुझे 1 हफ्ते के अंदर अपनी रिपोर्ट करें, ताकि जैसे भी संभव हो इनकी समस्या का समाधान किया जा सके।
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