Himachali Khhatta - अगर आप हिमाचली हैं तो हिमाचली खट्टे के बारे में आपने जरूर सुना होगा या खाया होगा। आमतौर पर इसे पहाड़ी राज्यों जैसे हिमाचल और उत्तराखंड में सर्दियों में बनाया जाता हैं और बड़े चाव से खाया जाता है। इसे संतरा प्रजाति के फलों से बनाया जाता है। इनमे दुडून्ज ,किम्ब ,स्युइसार और चंगोत्रा जैसे फल आते हैं।
ये कोई अकेले घर में बनाया या खिलाया नहीं जाता बल्कि दो चार घरो की महिलाये इकट्ठा होकर गप्पे मारते हुए बनाती और परोसती है। आमतौर पर महिलाये इसे सर्दी की गुनगुनी धुप में फुर्सत के क्षणों में धुप सेकते हुए बनाती हैं। वैसे तो इसे बनाने की कई सारी विधियाँ है लेकिन हम जो आपको आज बताने जा रहे है वो पारम्परिक डूडून्ज का खट्टा है। इसकी हम आपको काँगड़ा की विधि बताने जा रहे है।
ऐसे बनायें हिमाचली ख़ट्टा (काँगड़ा का डूडून्ज )
सामग्री:
- 2 पके हुए पीले रंग के दुडून्ज
- पचास ग्राम ताजा हरा धनिया
- 2 तीखी हरी मिर्च
- 1 चमच नमक
- 100 ग्राम गुड
- लहसुन के पते
हिमाचली ख़ट्टा बनाने की विधि
सबसे पहले सिल बट्टे पर हरा धनिये ,लहसुन की पति को वारिक पिस लें। अब इसमें गुड के छोटे छोटे टुकड़े कर के पिस ले। अब नमक ,पिसे हुए धनिये और पिसे गुड को एक थाली में दाल कर सही तरीके से मिला लें।
अब खट्टे की छिलके एक चाकू से हटा दे ,ध्यान रहे डूडून्ज का स्वाद उसके छिलके की दूसरी पर्त जो सफेद रंग की होती है उसमे भी होता है, इसलिए इसके छिलके को सावधानी से सिर्फ ऊपर से हल्का ही हटाए। इसके बाद खट्टे की छोटे छोटे टुकड़े कर के पारम्परिक डंडे कुंडे में डालें।
अब धनिये के मिश्रण को भी खट्टे में मिला ले और हल्का सा कूट ले ताकि खट्टे में मौजूद रस हल्का हल्का सारे मसाले में रिस जाए , अब इसको हाथो से पुरे मिश्रण को मिला ले
अब स्वादिष्ट खट्टा तैयार हो चुका है, ध्यान रहे खट्टे को तैयार करने के आधे घंटे में ही खाना होता है ,इसे फ्रिज में रख कर अगले दिन या लम्बे समय तक स्टोर न करे क्योकिं इसमें मोजूद अम्लीय तत्व जल्दी ही रसायनिकी किर्या से विषले हो जाते है जो स्वस्थ के लिए हानिकरक हो सकते है।
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Himachali khatta kaise banate hain. हिमाचली ख़ट्टा कैसे बनाते हैं।
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